भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब में बाढ़ की स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं और वह इस पर लगातार नज़र रखे हुए हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने रविवार (7 सितम्बर 2025 )को यह कहा है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ सितंबर को पंजाब के दौरे करेंगे और वहा की बाढ़ की स्थिती का भी जायजा लेंगे
नरेंद्र मोदीः नौ सितम्बर को पंजाब दौड़ा करने का फैसला किया है और ये भी कहा है कि कुछ भी हो जाए चाहे कुछ भी हुआ खुद स्थानीय हालात का अवलाकण करेंगे और वहाँ के जमीनी सच्चाई को समझते हुए पजाब के जनता को अधिक से अधिक सहायता उपलब्ध कराएँगे ”श्री जाखड़ ने एक्स और एक पोस्ट में कहा
इस बीच लगातार बारिश के कारण रविवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर से ऊपर बेहतर रहा शहर के लिए यमुना की चेतावनी अफसर दो से चार प्वाइंट पांच मीटर है जबकि खतरे का निशान 25.33 मीटर पे तय है
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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में यमुना घाटी में शनिवार (6 सितंबर 2025) को बादल फटने की घटना हमारे सामने आई जिसमें नौ गांवों क्षेत्र की भरी तबाही मच गई मलबे के अंदर एक आवासीय मकान दुग गया और एक ना ले का गंदा पानी आधा दर्जन से अधिक घरों में घुस गया इस तरीके से वहाँ उत्तराखंड की उत्तरकाशी जिले में बहुत सारे बहुत सारे बहुत सारे क्षतिग्रस्त हो गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित पंजाब का दौरा करेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने रविवार को यहाँ कभी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद 9 सितम्बर को पंजाब के दौरे करेंगे और वहाँ के बाढ़ की स्थिती का जायजा लेंगे
उन्होंने ज़ोर देकर यह भी कहा है कि कि पंजाब की बाढ़ की स्थिती को लेकर के गहरी चिंता रहे बहुत ही अफसोस हो रहा है उन्हें और लगातार यह पोस्ट में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब के द्वारा करेंगे
ताकि यह व्यक्तिगत रूप से स्थानीय हालत को अवलोकन कर सके और जमीनी सच्चाई का समझते हुए पंजाब की जनता को अधिकतम फायदा उपस्थित कराए और मोदीजी का कहना ये भी है कि जहाँ तक सरकार की मदद करेंगे और जनता को कोई भी दिक्कत रहा ना पहुँच पाए इसलिए जहाँ तक हो सके अपना वो सहायता करेंगे

पंजाब में स्कूल और कॉलेज सोमवार से छात्रों के लिए दोबारा खोले जाएंगे।
पंजाब में सभी स्कूलों कॉलेज और विश्वविद्यालय जो 8 सितंबर को छात्रो के लिए खोले जाएंगे क्योंकि क्योंकि इस बाड़ में सबकुछ पानी में डूब गए हैं शिक् मंत्री हरजोत बेस ने रविवार को कहा यह फैसला राजभर में बाड़ के कारण से छैनी स्थानों का लिया गया है इसलिए
अभी किसी स्कूल या फिर कॉलेज पर बाढ़ का प्रभाव पड़ता है तो उसके बाद बंद रहने का निर्णय संबंधी उपयुक्त द्वारा लिया जाएगा मंत्री ने ये सब बातें कही
पंजाब सरकार ने पहले राज्य में दशकों का सबसे बहुत गंभीर वर्ग के मद्देनज़र रखते हुए सरप्रिया स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालय को सत सितम्बर तक बंद रखने के आदेश दिए थे
रविवार को एक्स और पोस्ट में हर जोत देश ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी नीजी और सहायता प्राप्त स्कूल कॉलेज और विश्वविदलय फिर से खोले जाएंगे 9 सितंबर को
बात ये है कि उन्होंने कहा कि आठ सितम्बर को राज्य के सभी स्कूल कॉलेज और छात्रों के लिए बंद रहेंगे शिक्षक स्कूलों में उपस्थित रहेंगे पंचायत नगर परिषद और के स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा ये कहा गया है
उन्होंने कहा, “शिक्षक स्कूल भवनों का पूरी तरह निरीक्षण करेंगे। यदि कोई समस्या या दोष पाया जाता है, तो इसे तुरंत उपायुक्त और जिले के अभियंत्रण विभाग को रिपोर्ट किया जाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि 9 सितंबर से सभी सरकारी स्कूल सामान्य रूप से फिर से खुल जाएंगे।
पंजाब बाढ़: BSF आईजी ने फरीदपुर के बाढ़ प्रभावित सीमा गांवों का किया दौरा
पंजाब के फरीदपुर जिले में आईषणिक बाढ़ की मार झेल रहे सीमा गांवों का आज बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने दौरा किया। पंजाब फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल अतुल फुलजले ने पीरतम सिंह वाला, पचहरियां, पल्ला मेघा, जखरावन, बस्ती रामलाल, कमलेवाला दुलचिके और किलचे गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की।

उन्होंने ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और भरोसा दिलाया कि बीएसएफ लगातार उनके साथ है और हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है। बाढ़ के कारण कई घरों में पानी भर गया है, रास्ते कट गए हैं और लोग अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं। ऐसे में मेडिकल कैंप और राहत शिविरों का संचालन अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
फुलजले ने लोगों से अपील की कि वे बीएसएफ द्वारा चलाए जा रहे मुफ्त चिकित्सा और पशु चिकित्सा कैंपों का लाभ अवश्य लें। इन कैंपों का आयोजन अगले कुछ दिनों तक बाढ़ प्रभावित गांवों में रोज़ाना किया जाएगा।
बीएसएफ जवानों ने खराब मौसम और तेज़ बारिश के बावजूद बचाव और राहत कार्यों में अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इंस्पेक्टर जनरल ने उनके समर्पण और मेहनत की जमकर तारीफ की।
पंजाब में इस बाढ़ ने दशकों में सबसे अधिक तबाही मचाई है। कई गाँव जलमग्न हैं, सड़कें टूटी हैं और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार, केंद्रीय एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।
अलग यूनिट्स और स्थानीय शब्दों के साथ विवरण:
- रिलीफ टीम्स और फील्ड यूनिट्स – जलमग्न गांवों में राहत सामग्री और भोजन वितरण कर रही हैं।
- मेडिकल और एम्बुलेंस यूनिट्स – बीमार और घायल लोगों को तत्काल स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा रही हैं।
- वॉटर रेस्क्यू यूनिट्स – तेज बहाव वाली नदियों और पानी भरे रास्तों से लोगों को सुरक्षित निकाल रही हैं।
- स्थानीय प्रशासन और पंचायत यूनिट्स – प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय और जरूरी सामान उपलब्ध करा रही हैं।